बार-बार सांस फूलने लगती है तो आपको जरूर पता होनी चाहिए ये बातें
-जब थोड़ा-सा फिजिकल वर्क करने के बाद आपको तेज-तेज सांस आने लगती है और आप थका हुआ अनुभव करते हैं तो यह स्थिति सांस फूलना कहलाती है। इस दौरान आप सामान्य स्थिति से अलग बहुत तेज-तेज सांस लेते हैं और आपके फेफड़े अधिक से अधिक ऑक्सीजन प्राप्त करना चाहते हैं।
-यह स्थिति काफी कष्टपूर्ण होती है। कुछ लोगों में यह स्थिति थोड़ी देर रहती है और फिर तुरंत ठीक हो जाती है। जबकि कुछ लोगों में यह स्थिति काफी अधिक समय तक रह सकती है। इन्हें सीने में जकड़न और भारीपन का अनुभव लगातार होता रह सकता है।
-कुछ लोगों को सांस भरने के लिए काफी प्रयास करना पड़ता है। क्योंकि सांस लेने के दौरान उन्हें इस तरह का अनुभव होता है कि वे ऑक्सीजन को ठीक तरह से खींच नहीं पा रहे हैं और वायु उनके सीने में ही अटक रही है।
-यह सही है कि सांस फूलने की समस्या के दौरान काफी घबराहट हो सकती है और दिमाग बहुत अधिक थकान का अनुभव कर सकता है। लेकिन इस स्थिति से फेफड़ों (Lungs) को किसी तरह की फिजिकल क्षति नहीं पहुंचती है।
क्या होता है वायुमार्ग?
-हम नाक और मुंह के माध्यम से सांस के रूप में जो ऑक्सीजन लेते हैं, वह वायुमार्ग के माध्यम से ही शरीर के अंदर प्रवेश करती है और रक्त में मिलकर पूरी शरीर को जीवित और ऊर्जावान बनाए रखने का काम करती है।
-वायुमार्ग या श्वसनतंत्र एक जटिल संरचना होती है, जो अनेक छोटी-बड़ी ट्यूब्स से मिलकर बनी होती है। यदि किसी बीमारी के कारण श्वसनतंत्र के कार्यों में बाधा आती है तो सांस फूलने की समस्या हो सकती है। इन कारणों में शरीर में बढ़ा हुआ फैट, हार्ट की समस्या या ट्यूमर जैसे रोग भी शामिल हैं।
यह स्थिति है अधिक हानिकारक
-हल्की-सी मेहनत के बाद भी सांस फूलना इस बात का संकेत है कि आपकी जीवनशैली बहुत आलस्यपूर्ण है। लेकिन जब बिना कुछ किए ही सांस फूलने की समस्या होने लगे तो इसे बिल्कुल भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह किसी गंभीर रोग का लक्षण हो सकता है। इसलिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
सांस फूलने के कारण
-आलसी जीवनशैली के अतिरिक्त और भी कई कारण होते हैं, जो सांस फूलने की समस्या पैदा करते हैं। इनमें बातें शामिल हैं...
-बहुत अधिक वजन बढ़ने के कारण सांस लेने में समस्या होना
-बिना रुके लगातार शारीरिक श्रम करना भी सांस फूलने की वजह हो सकती है।
-शारीरिक कमजोरी और खून की कमी के कारण भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
-नींद पूरी ना होना भी सांस लेने में समस्या का कारण बन सकता है।
-अत्यधिक प्रदूषण युक्त स्थान पर रहने से सांस लेने में दिक्कत होती है।
-जो लोग बहुत अधिक स्मोकिंग करते हैं, उन्हें भी सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
-अस्थमा या हार्ट से जुड़ी किसी समस्या के कारण भी सांस फूलने की दिक्कत हो सकती है।
-यदि आपको कोई गंभीर रोग नहीं है और फिर भी सांस फूलने की समस्या हो रही है तो आपको अपनी जीवनशैली में सुधार करने की बहुत अधिक आवश्यकता है। अन्यथा आनेवाले समय में आप हार्ट पेशंट बन सकते हैं।
-किसी भी बीमारी से जुड़ा शक दूर करने के लिए अपना कंप्लीट हेल्थ चेकअप कराएं। लेकिन इससे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
-नियमित रूप से योग और वॉक करनेवाले लोगों की मांसपेशियां और फेफड़े प्राकृतिक रूप से मजबूत बनते हैं। इसलिए अपनी दिनचर्या में इन दोनों ही ऐक्टिविटीज को जरूर शामिल करें।
-पोषण से भरपूर भोजन का सेवन करें। इससे आपके शरीर को अंदर से मजबूती मिलेगी। आपका श्वसनतंत्र ठीक रहेगा और सांस फूलने की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
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