सांस का फूलना - कारण, लक्षण व् सामान्य घरेलु उपचार | Saans Fulna Karan
क्या होते हैं इसके कारण
सामान्य तौर पर इसका मुख्य कारण बहुत अधिक वजन होना, बहुत ज्यादा परिश्रम करना, वातावरण में बहुत ज्यादा प्रदुषण, अत्यधिक धूम्रपान या फिर चिंता की स्थिति भी हो सकता हैं. अतः इन चीजों का ध्यान रखकर, सांस फूलने की समस्या से बचा जा सकता हैं. इसके अलावा, कुछ आसान से घरेलु नुस्खों को अपनाकर भी सांस फूलने की समस्या से बचा जा सकता हैं, तो आइये जान लेते इसके बारे में.
सांस फूलने की समस्या का इलाज
शहद का उपयोग
सांस फूलने की समस्या का सबसे आसान घरेलु उपचार शहद का प्रयोग हैं. शहद का उपयोग करने से बलगम की समस्या ख़त्म होती हैं, जोकि सांस फूलने की समस्या का मुख्य कारण हैं. आप इसका उपयोग सुबह व् शाम एक गिलास हल्का गुनगुना पानी में एक चम्मच की मात्रा को मिलाकर कर सकते हैं. अस्थमा का अटैक आने पर शहद वाले पानी की भाप लेना बेहद फायदेमंद होता हैं. इसके अलावा, शहद में तुलसी के पत्तों का रश मिलाकर चाटने से भी सांस फूलने की समस्या में काफी आराम मिलता हैं. ऐसा करने से सांस की बंद नलियां तुरंत खुल जाती हैं (Saans Ka Fulna).
अंजीर का उपयोग
जिन लोगो की सांस बहुत ज्यादा फूलती है, उनके लिए अंजीर, अमृत के समान है, क्योंकि अंजीर छाती में जमी बलगम और सारी गंदगी को बाहर निकाल देती है, जिससे सांस नली साफ़ हो जाती है और सुचारू रूप से काम करती है। इसके लिए दो से तीन अंजीर को गरम पानी से धोकर, रात को एक बर्तन में भिगोकर रख दीजिये और सुबह खाली पेट नाश्ते से पहले उन अंजीरों को खूब चबाकर खा लीजिये। उसके बाद वह पानी भी पी लें। इससे, कुछ ही दिनों में सांस फूलने की समस्या ख़त्म हो जाएगी (Shortness of Breath in Hindi).
लहसुन का उपयोग
लहसुन का उपयोग करके भी सांस फूलने की समस्या से बचा जा सकता हैं. इसके लिए लहसुन की दो से तीन कलियों को दूध में उबालकर व् उसे छानकर, सोने से पहले हल्का गुनगुना रहने पर पीए. ध्यान रखें की ऐसा करने के कुछ भी न खाये व् पीए (Saans Ka Fulna).
इन सब के अलावा, सांस फूलने की समस्या में निम्बू का रश, गर्म पानी में मिलाकर पीते रहने से, यह समस्या धीरे-धीरे जड़ से ख़त्म हो जाती हैं.
रखे इन बातों का ध्यान
दोस्तों, सांस फूलने की समस्या में कुछ बातों का ध्यान रखना भी बेहद आवश्यक हैं. सांस फूलने की समस्या में केला अधिक मात्रा में नही खाना चाहिए. पानी हल्का गरम पीना चाहिए. धूम्रपान से दूर रहना चाहिए और प्रदूषित हवा से बचने वाले मास्क का उपयोग करना चाहिए. साथ ही, अगर समस्या ज्यादा गंभीर दिखें तो डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें