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Monday, 26 August 2024

Banned Medicines in India (भारत में प्रतिबंधित दवाइयाँ)

 


 1. Nimesulide
   - Reason: Risk of liver damage, especially in children. It can lead to severe hepatotoxicity, which is why it has been banned for pediatric use in many countries, including India.
   - हिंदी में: लीवर को नुकसान पहुंचाने का खतरा, खासकर बच्चों में। यह गंभीर यकृत विषाक्तता का कारण बन सकता है, इसलिए इसे भारत में बच्चों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।

 

 2. Phenylpropanolamine

   - Reason: Associated with an increased risk of hemorrhagic stroke (bleeding in the brain). It was commonly used in cold and cough medications.

   - हिंदी में: मस्तिष्क में रक्तस्राव स्ट्रोक (ब्रेन हेमरेज) के बढ़े हुए जोखिम से संबंधित। इसे ठंड और खांसी की दवाओं में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता था।

 


 3. Cisapride

   - Reason: Risk of causing irregular heartbeats (arrhythmias). It was used to treat gastroesophageal reflux disease (GERD).

   - हिंदी में: अनियमित हृदय गति (अतालता) का कारण बनने का जोखिम। इसका उपयोग गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) के इलाज के लिए किया जाता था।

 

 4. Analgin

   - Reason: Risk of agranulocytosis, a condition where white blood cell count drops dangerously low, leading to increased susceptibility to infections.

   - हिंदी में: एग्रानुलोसाइटोसिस का खतरा, जिसमें श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या खतरनाक रूप से कम हो जाती है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।


 

 5. Ranitidine (Some brands)

   - Reason: Presence of NDMA (N-nitrosodimethylamine), a probable human carcinogen, found in some batches.

   - हिंदी में: कुछ बैचों में एनडीएमए (एन-नाइट्रोसोडाइमिथाइलामाइन) की उपस्थिति, जो एक संभावित कैंसरजन है।

 

 Summary

These medicines have been banned due to serious side effects, including potential liver damage, increased risk of stroke, irregular heart rhythms, reduced immunity, and carcinogenicity.

 

 सारांश

इन दवाइयों को गंभीर साइड इफेक्ट्स के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिनमें यकृत को नुकसान, स्ट्रोक का खतरा, अनियमित हृदय गति, प्रतिरक्षा में कमी, और कैंसरजन्यता शामिल हैं।



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